"11 महत्वपूर्ण परीक्षित घरेलू नुस्खे(gharelu nuskhe)"




  • घरेलू नुस्खे:-


 

घरेलू नुस्खों (gharelu nuskhe) की खास बात ये है कि ये सालों से अपनाये जा रहे हैंइनका कोई साइड इफ्फेक्ट नहीं होता, और इनमे प्रयुक्त होने वाली सामग्री आपको अधिकतर आपकी रसोई में ही मिल जाती हैं।


 

आप आसानी से इनका उपयोग कर सकते हो। घरेलू नुस्खे(Dadi maa ke nuskhe), होम रेमेडी (home remedy in Hindi)  प्रयोग सिर्फ बीमारी में नहीं, बल्कि सेहत  अच्छी बनाने में भी होता है।


 

इसके तहत चाहे बालों की देखभाल हो या त्वचा का रख-रखाव, मोटापा, पेट दर्द, चाहे कोई भी बीमारी हो उसके लिए  घरेलू नुस्खे(gharelu nuskhe), शारीरिक समस्याओं को दूर करने में घरेलू नुस्खों का प्रयोग बहुत लाभकारी होता  है-


 
"11 महत्वपूर्ण परीक्षित घरेलू नुस्खे(gharelu nuskhe)"



 

1. मोटापा शर्तिया दूर:


 

मसूर की दाल का आटा पिसवा लें। प्रातः काल इस आटे की चपाती बनाकर सिरके के साथ एक माह तक लगातार  खाने से मोटापा कम हो जाता है। चर्बी गलने का इससे बेहतर कोई इलाज नहीं है।


 

ये जरूर जाने:


"सफेद बाल क्यों? और उनके 9 सफल खास उपचार"


महिलाओं में कमरदर्द कारण और खास सावधानियाँ


 

2. आग से हाथ जलना:


 

रसोईघर में कभी कभार जल जाने की घटना हो जाती है, ऐसी स्थिति में  फफोले पड़ जाते हैं।ऐसे वक़्त में फफोलों को गर्म जल में उबली जंगरहित कैंची से जली त्वचा जो फफोलों का रूप ले चुकी है उन्हें काट देना चाहिए। अगर फफोले न पड़े हों और सिर्फ जलन या दाग पड़ा हो तो ग्वारपाठा (घृतकुमारी)का रस निकाल कर बार-बार लगें। शीघ्र ही लाभ होगा।


 

3. रक्त-स्राव होना:


 

कई बार चाक़ू या छुरी, ब्लेड से चोट लग जाने पर जख्म बनकर खून निकलने लगता है, ऐसे समय में इमरजेंसी उपचार की जरूरत होती है, इसके बचाव के लिए यष्टिमधु(मुलहटी) चूर्ण बहते रक्त पर ये पाउडर बार-बार लगाएं।  इससे खून फ़ौरन बन्द हो जायेगा और किसी तरह की जलन भी नहीं होगी।


 



4. हाथ और पाँव का फटना(बिवाई):


 

सर्दी के मौसम में अनेक लोगों के हाथ पैरों में बिवाई या त्वचा में दरारें पड़ जाती हैं, ये शरीर की अंदरूनी गर्मी के कारण होता है।  


 

  • इससे बचने के लिए आप घर पर ही मलहम बना सकते हैं,

  • अरण्डी का तेल-50 ग्राम, कोकम तेल 50 ग्राम, देशी मोम-25 ग्राम, असली घी-25 ग्राम और कपूर बुरादा 5ग्राम लें।

  • सबसे पहले मोम , घी, कोकम, व अरण्डी तेल(caster oil) को एक बर्तन में दाल कर गर्म कर लें.

  • एक रस बना कर नीचे उतार लें।

  • जब ये जमने लगे तो उससे पहले उसमे कपूर-चूर्ण मिलाकर अच्छी तरह हिलाकर डिब्बी में भर लें।

  • हर रोज दो बार लगाएं और फ़टी त्वचा से निजात पाएं।



5. वमन(उलटी) आना:


 

जिस किसी इंसान को उलटी आती हो, तब बहुत कष्ट होता है।  और उलटी होने के बाद हल्का महसूस होता है। मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है, घबराहट होती है।


छाती में भारीपन महसूस होता है और कभी-कभी आँखों के आगे अँधेरा छाने लगता है।


 

  • इस स्थिति में हरे धनिया और पोदीना की चटनी बनाकर दिन में 5-6 बार खाएं।

  • लौंग को आग अपर सेक कर मुंह में रख कर चूसते रहें।

  • तुरन्त आराम मिलेगा।


 



6. मस्से होना:


 

किसी-किसी इंसान के चेहरे पर मस्से हो जाते हैं, एक से ज्यादा की संख्या में भी होते हैं। इंसान बदसूरत लगने लगता है, इन्हें बढ़ने नहीं देना चाहिए.


इन्हें नष्ट करने का उपाय-


 

  • कप पानी में सुख चुना और सज्जीखार १०-१०  डालकर रख  दें,

  • सुबह ऊपर का पानी निथार लें और शीशी में भर कर रख लें,

  • मस्से को ब्लेड को काटकर  वहां पान के डंठल से ये शीशी वाला पानी लगा दें।

  •  मस्से की जड़ जल जाएगी।

  • मस्सा फिर दुबारा नहीं होगा।


 



7. गैस बनना:


 

https://youtu.be/S8sIRNS09v8

 

आजकल अनियमित और अनुचित आहार-विहार की वजह से गैस यानि वाट प्रकोप होना आम बात है। अपच और कब्ज से गैस बनती है, पेट फूलता है और शरीर में दर्द होता है।


इससे निजात पाने के लिए-


 

  • काला नमक, सेंधा नमक, नौसादर, पोदीना, काली मिर्च, घी में भुनी हुई शुद्ध हींग 25-25 ग्राम सबको पीस लें,

  • और बारीक चूर्ण करके शीशी में भर लें।  

  • इस चूर्ण को आधा-आधा चम्मच,

  • सुबह-शाम भोजन के बाद पानी के साथ लें।

  • अवश्य ही और जल्द ही आराम मिलेगा.


 



8. पेचिश और मरोड़ आना:


बहुत से इंसानों को मल त्याग करने के वक़्त पेट में दर्द के साथ ऐंठन होती है, इसमें आँतों के निचले भाग में सूजन आ जाती है.


इसके लिए ज्यादा परहेज करना पड़ता है।




  • विशेषकर वो भोजन जो बासी, भारी, तला-फला, या उस बर्तन में रखा हो जिस पर मक्खियाँ बैठी हों।

  • तेज मिर्च-मसालों युक्त कभी नहीं करना चाहिए।  

  • भोजन को खूब चबा-चबा कर खाना चाहिए।


 


9. खांसी का सरल उपाय:


आधा चोट चम्मच पिसी हल्दी और आधा चम्मच नमक मिलकर रात को सोते समय रात को सोते समय एक गिलास कुनकुने गर्म पानी में के साथ पी लें।  इसके बाद ठंडा पानी ना पाएं।  2-3 दिन में ही खांसी का चलना बन्द हो जाएगा।


 


10. कान्तिपूर्ण त्वचा:


रासायनिक उत्पादों के उपयोग करने से चेहरे की सुंदरता खत्म हो जाती है, अपनी त्वचा को कांतिपूर्ण बनाने के लिए




  • निम्बू का रस और छाछ समान मात्रा में ले.

  • इसे लगाने से धूप में काला हुआ चेहरा निखर जाता है।

  • राइ के तेल में चने का आटा

  • और हल्दी मिला कर चेहरे पर लगाने से त्वचा कान्तियुक्त बनती है।

  • अगर राइ का तेल न लेना चाहे

  • तो मक्खन और हल्दी मिला कर रात को सोते समय लगाएं

  • और चमकदार त्वचा पाएं।


 


ऊपर दी गई जानकारी को प्रयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श करें। अगर आपको ये लेख और जानकारी पसन्द आयी हो तो आप मुझे अपनी राय और comments जरूर भेजें। 


 


 




8 टिप्पणियाँ

  1. […] में इंसान इस कदर फस गया है कि अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान ही नहीं दे रहा और इसका […]

    जवाब देंहटाएं
  2. […] रहती हैं, इन में से एक  विशेष रोग है कमर-दर्द जो महिलाओं को परेशान किये रहता […]

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने