
सपने unlimited हैं. ये human experience का fascinating(आकर्षक) और mysterious(रहस्यमय) दोनों भागों का ही सम्मिश्रण है. Dreams हमारे वर्तमान जीवन और हमारे दिमाग मे चलने वाले विचारों का ही रूप होते है.

हम दिन और रात कभी भी सपने देख सकते हैं. कोई रोक-टोक नहीं हमारे सपनों के आने पर.
तो चलिए,आज मैं सैर कराती हूँ आपको मेरे ऐसे ही सपनों के रहस्यमय संसार की-
सपने-
बंद आँखों से देखे मैंने सपने अविरल
कभी जीतने के तो कभी हारने के
बंद आँखों के सपने मेरे सभी
ताले में हैं बंद, ढूंढे चाबी कहाँ
कुछ हैं सिरफिरे, कुछ बदमाश हैं
सपने तो मेरे, मेरे ही अहसास हैं
कभी रोने के तो कभी हंसने-हंसाने के
कभी हैं बेधडक, कभी हैं घबराने के
मानस में पलता इक चिन्तन
करता हरपल वो नये-विरले सृजन
झुकने दो मुझको, गिरने-पड़ने दो
आती यही आवाज दिल से मेरे
सपनों की ठंडी सी चारो और छाँव हो
खुशियों का अड्डा हो मस्ती की दुनिया हो
ऐसा अनदेखा -अनोखा मेरे सपनों का संसार
होता जहाँ नित-नया, नवजीवन का चमत्कार
ये मन मेरा है अभी तक प्यासा इतना
इद्रधनुष के रंगों में है आकर्षण जितना
कभी ख़ुशी के आने की सुनता आहट
तो कभी होता देखा मन वेदना से आहत
फिर भी हैं सपने मेरे कीमती ये मैं हूँ जानी
तभी तो इनको देखने-बटोरने की मैंने ठानी
निकली हूँ सफर पर मैं राही बन अनजान
करोडो की भीड़ में लेकर अपने सपनों का सामान
मैं तो देखूं बस सपना इक ही दोस्तों
एकता और प्यार का सागर भे चारों और
छोटे हो या हों बड़े ये हमारे प्यारे सपने
पर ये मत भूलना है कीमती बड़े ये सपने
क्या करूँ ये हैं बड़े जिद्दी
कभी हैं पटाखा कभी पिद्दी
इनमे होश भी है कभी
और इनमे जोश भी है कभी
मैं तो उड़ चली साथ इनके
आशाओं के नीले आस्मां में
कौन समझेगा भला मुझे इन जितना
इस सारे अनजाने सहमे जहाँ में
सजा दिए मैंने तो सामने आपके अपने सपने
जरा बताओ तो जल्दी, क्या हैं आप सब के सपने.
आपको मेरे सपने अच्छे लगें तो जरुर बताइयेगा.
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