"इलायची(Cardamom) औषधीय गुणों से भरपूर "



इलायची एक महत्वपूर्ण औषधि है। यह दो प्रकार की होती है- छोटी इलायची और बड़ी इलायची। छोटी इलायची का प्रयोग औषधि के रूप में एवं मुख शुद्धि यानि मुंह को साफ़ और ताजा बनाने के लिए किया जाता है। जबकि बड़ी इलायची का प्रयोग गर्म मसाले और स्नायु शूल(Muscle Colic) में किया जाता है।  

छोटी इलायची (Cardamom) के  खास गुण प्रस्तुत हैं:-


 

छोटी इलायची (Cardamom) के  खास गुण

 

 *भोजन के बाद इलायची चूसने से खाना जल्दी पचता है।

*अगर केले अधिक मात्रा में खा लिए हों, तो दो इलायची चूसें।

  • इससे केले जल्दी पच जायेंगे और पेट का भारीपन दूर हो जायेगा।


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*गर्मियों में इलायची की चाय पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.

  • इलायची शरीर की गर्मी को कम करती है और रक्त को ठंडा करती है।


 *उलटी होने की स्थिति में इलायची को पानी में उबालें .

  • ठंडा होने पर मिश्री मिलाकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करने पर उलटी में लाभ मिलता है।


*उलटी हो रही हो तो पोदीना, इलायची, पीपर एक साथ बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें.

  • इसको 1/2 चम्मच की मात्रा में जल के साथ सेवन करें।


*कफ और खांसी की शिकायत होने पर छोटी इलायची का चूर्ण दिन में 3 बार सेवन करने पर फायदा होता है।

*काली मिर्च के साथ इलायची के चूर्ण का सेवन मियादी बुखार को दूर करता है।

*इलायची को चबाकर खाने पर दांतों में कीड़ा नहीं लगता।

*खस के चूर्ण के साथ पान में इलायची रखकर खाने से मुंह की बदबू मिटती है।

*जिनके मुंह में बदबू आती हो या सांस में दुर्गन्ध हो, उन्हें दिन में कई बार इलायची चबानी चाहिए।

*प्याज, लहसुन खाने के बाद इलायची चबाने से मुंह की बदबू खत्म होती है।

* पेट में अफारा या अपच की शिकायत होने पर अजवायन के काढ़े के साथ इलायची का सेवन करें।

*अगर किसी के गर्मियों में शरीर पर पित्ती या घमोरियां बहुत होती हों .

  • तो पहले 2 से 4 चम्मच रेंडी का तेल पीकर पेट साफ़ कर लें।  

  • फिर इलायची 10 ग्राम, दालचीनी 10 ग्राम, पीपर 10 ग्राम तीनों को महीन पीस लें.

  • इसका 1/2 चम्मच दिन में 2 बार मक्खन के साथ सेवन करें और पित्ती से निजात पाएं।


*श्वेतप्रदर में वंशलोचन (नीली धारी वाला), छोटी इलायची, नागकेशर प्रत्येक 50-50 ग्राम लें।

  •  इनका महीन चूर्ण बनाकर इसमें 150 ग्राम मिश्री पीसकर, मिलाकर रख लें।

  • इसको 1-1 चम्मच की मात्रा में 2 बार मलाई युक्त दूध के साथ लें।

  • लगातार 2 महीने लेने से पुराने से पुराने श्वेतप्रदर में लाभ होता है।


*इलायची के चूर्ण को नाक में सुंघने से सिरदर्द ठीक होता है।

*पेशाब की गड़बड़ी होने पर आंवले के रस में इलायची चूर्ण डालकर प्रयोग करें।

 

आप इलायची को अपने घर पर अवश्य रखे, इसके गुणों को जाने और इसका भरपूर लाभ उठायें। 

दोस्तों इलायची(Cardamom) में विटामिन A, B, C, के अलावा मैगनीज और एंटीऑक्सीडेंट्स(antioxidants) तत्व होते हैं, कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स (beauty products) बनाने वाली कम्पनीज इलायची का एसेंस मिलाकर अच्छी स्किन और बालों के प्रोडक्ट्स बनाते हैं। ये एक अच्छा पेनकिलर (painkiller) तो है ही, साथ ही मानसिक थकान को भी दूर करता है। इलायची मसाज आयल(oil) के रूप में भी काम आता है।

 

 

 

4 टिप्पणियाँ

  1. […] तैयार है, अब जब, जितनी जरुरत हो दूध में इलायची(Cardamom) पाउडर डाले और प्रयोग में […]

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