महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ अनेक बीमारियां जुडी रहती हैं, इन में से एक विशेष रोग है कमर-दर्द जो महिलाओं को परेशान किये रहता है, इस रोग से बचने के कुछ आसान और घरेलू तरीके हैं जिनकी मदद से इस परेशानी से बचा जा सकता है।
महिलाओं में आम होने वाला रोग कमर-दर्द या पीठ-दर्द है, यह समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चाहे
कमर दर्द क्यों होता है:
कमर दर्द किसी भी उम्र में हो सकता है, गर्भावस्था में सही खुराक ना लेने की वजह से और गलत कसरत करने से शुरू होता है। कूल्हे की हड्डियों में खराबी, कोई दुर्घटना, गर्भाशय का रोग,
कैंसर, गुर्दे की खराबी, ज्यादा भार उठाने से, उठने बैठने के गलत तरीके से और शरीर में खून की कमी से भी कमर-दर्द रहने लगता है।
कुछ महिलाओं में menapouse(रजोनिवृति) और मानसिक तनाव के कारण भी कमर-दर्द हो जाता है। शरीर में बढ़ी हुई चर्बी, मोटापा कमर-दर्द का मुख्य कारण है।
मानसिक तनाव की स्थिति में खून का प्रवाह दिमाग की और बढ़ जाता है, और रीढ़ की हड्डी व रक्त-प्रवाहिका नलियों में खून बहुत धीरे जाता है, इस कारण कमर-दर्द शुरू हो जाता है।
कमर-दर्द की रोगी महिलाओं के लिए खास -सुझाव:
- पेट के बल लेटकर दोनों टाँगे ऊपर उठाकर धीरे से नीचे की और लाएं, ये क्रिया लगातार कुछ दिन दोहराएं।
वजन वाली कोई चीज उठाते समय या झाड़ू-पोंछा करते समय कमर सीधी रखें।
- समाचार पत्र(news paper) और पत्रिका पढ़ते समय कमर बिलकुल सीधी रखें।
- फर्श पर बैठकर पाँव आगे की और फैलाकर दोनों हाथ गले के पीछे रखें और घुटनों पर सिर टिकाने की कोशिश करें, कमर-दर्द में आराम मिलेगा।
- अगर आप कामकाजी महिला हैं तो कुर्सी पर पीठ टिकाकार बैठें।
- ऊँची एड़ी के सैंडिल ना पहनें, ऐसा करने से जल्दी दर्द में आराम होगा।
- जब भी रसोई का काम करें तो आटा गूँधना, सब्जी बनाना या काटना, बर्तन साफ़ करना आदि सब काम खड़े होकर ही करें।
- कभी भी पेट के बल न सोएं, बल्कि पीठ के बल ही सोएं।
- सोते वक़्त कड़े गददे उपयोग में लाएं ना कि मुलायम।
- अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें, हमेशा पौष्टिक भोजन ही करें। ताजे फलों का रस, हरी सब्जी, गर्म दूध, बैंगन, करेला, काला नमक, सौंठ, हींग, लहसुन और दालों को अपने भोजन में शामिल करें।
- सामान्य उपचार में आप अश्वगंधा का पाउडर बनाकर डब्बे में रख लें और
- खाने के वक़्त 1 छोटा चम्मच, शहद के साथ चाट लें।
- ऊपर से 1 कप गर्म दूध पी लें।
- ऐसा कुछ दिन लगातार करने से पीठ और कमर-दर्द से छुटकारा मिलेगा।
अगर इन उपायों और कसरत से कोई लाभ ना मिले तो किसी चिकित्सक से जरूर उपचार कराएं। ताकि सामान्य कमर-दर्द कोई बीमारी ना बन जाये।
ये सब उपाय कमर-दर्द ठीक होने के बाद भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें, इससे आपकी कमर-दर्द जड़ से ही समाप्त हो जाएगी। ये सब सावधानियाँ आपके स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध रखती हैं, इन्हें हमेशा ध्यान में रखें और
"स्वस्थ रहें, मस्त रहें"
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